Mushroom ki Kheti Kaise Karen आपने अपने आस-पास सुना होगा फलां व्यक्ति या फलां किसान अपने घर के कमरे से खेती शुरू कर आज के समय लाखों रुपये कमा रहा है। आपको भी सुन कर आश्चर्य होता होगा कि आखिर कोई एक कमरे में खेती कर कैसे लाखों रुपये महीने का कमा रहा है। आसान तरीकों से आप भी कमा सकते हैं।

Mushroom ki Kheti Kaise Karen: आपने अपने आस-पास सुना होगा फलां व्यक्ति या फलां किसान अपने घर के कमरे से खेती शुरू कर आज के समय लाखों रुपये कमा रहा है। आपको भी सुन कर आश्चर्य होता होगा कि आखिर कोई एक कमरे में खेती कर कैसे लाखों रुपये महीने का कमा रहा है।
प्रखण्ड क्षेत्र के परांचक समेत अन्य कई गांवों में दर्जनों किसान मशरूम की खेती कर लागत का 20 गुना तक मुनाफा कमा रहे हैं।मशरूम की खेती करने के लिए आपको अपने कमरे में सिर्फ बांस की झोंपड़ी बनानी है।उसी में आपको मशरूम उगाना है।

पिछले कुछ वर्षों में किसानों का रुझान मशरूम की खेती की तरफ तेजी से बढ़ा है, मशरूम की खेती बेहतर आमदनी का जरिया बन सकती है। बस कुछ बातों का ध्यान रखना होता है, बाजार में मशरूम का अच्छा दाम मिल जाता है।
अलग-अलग राज्यों में किसान मशरूम की खेती से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं, कम जगह और कम समय के साथ ही इसकी खेती में लागत भी बहुत कम लगती है, जबकि मुनाफा लागत से कई गुना ज्यादा मिल जाता है। मशरूम की खेती के लिए किसान किसी भी कृषि विज्ञान केंद्र या फिर कृषि विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण ले सकते हैं।
विश्व में मशरूम की खेती हजारों वर्षों से की जा रही है, जबकि भारत में मशरूम के उत्पादन का इतिहास लगभग तीन दशक पुराना है। भारत में 10-12 वर्षों से मशरूम के उत्पादन में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। इस समय हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक और तेलंगाना व्यापारिक स्तर पर मशरूम की खेती करने वाले प्रमुख उत्पादक राज्य है।
साल 2019-20 के दौरान भारत में मशरूम का उत्पादन लगभग 1.30 लाख टन हुआ। हमारे देश में मशरूम का उपयोग भोजन व औषधि के रूप में किया जाता है। प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, खनिज लवण और विटामिन जैसे उच्च स्तरीय खाद्य मूल्यों के कारण मशरूम सम्पूर्ण विश्व में अपना एक विशेष महत्व रखता है। भारत में मशरूम को खुम्भ, खुम्भी, भमोड़ी और गुच्छी आदि नाम से जाना जाता है। देश में बेहतरीन पौष्टिक खाद्य के रूप में मशरूम का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा मशरूम के पापड़, जिम का सप्लीमेन्ट्री पाउडर, अचार, बिस्किट, टोस्ट, कूकीज, नूडल्स, जैम (अंजीर मशरूम), सॉस, सूप, खीर, ब्रेड, चिप्स, सेव, चकली आदि बनाए जाते हैं।
मशरूम की खेती के बारे में ज़रूरी जानकारीः
- मशरूम की खेती के लिए, कमरे में बांस की झोंपड़ी बनाकर उसमें मशरूम उगाया जाता है.
- मशरूम की खेती के लिए गेहूं या चावल के भूसे और कुछ केमिकल्स को मिलाकर खाद तैयार किया जाता है.
- मशरूम की खेती के लिए शेड वाली जगह की ज़रूरत होती है.
- मशरूम की खेती के लिए 20-30 डिग्री सेल्सियस तापमान और 70-90 प्रतिशत आर्द्रता चाहिए.
- मशरूम की खेती के लिए बटन मशरूम और ऑयस्टर मशरूम की उन्नत किस्मों का इस्तेमाल किया जाता है.
- मशरूम की खेती से जुड़ी कुछ और बातेंः
- मशरूम की खेती में कम निवेश से ज़्यादा मुनाफ़ा मिलता है.
- मशरूम की खेती से जुड़ी जानकारी पाने के लिए ऑनलाइन कोर्स भी किए जा सकते हैं.
- मशरूम की खेती से पारंपरिक खेती से हटकर आय का दूसरा ज़रिया मिलता है.
- मशरूम की खेती से अतिरिक्त आय कमाई जा सकती है.
- मशरूम की खेती से जुड़ी कुछ और बातेंः
- मशरूम की खेती से जुड़ी जानकारी पाने के लिए ऑनलाइन कोर्स भी किए जा सकते हैं.
- मशरूम की खेती से पारंपरिक खेती से हटकर आय का दूसरा ज़रिया मिलता है.
- मशरूम की खेती से अतिरिक्त आय कमाई जा सकती है.