CIBIL SCORE से है परेशान, तो झटके में बढ़ेगा सिबिल 700 से ऊपर, जाने कैसे

CIBIL SCORE : जिन लोगो ने लोन की सुविधा ली है। या फिर बाइक या गाडी या फ़ोन EMI पर लिया है, उनको पता होगा की CIBIL SCORE क्या होता है। और इसकी क्या अहमियत आज के समय में होती है। काफी सारे लोग ऐसे है। जिन्होंने आज तक लोन नहीं लिया है। या फिर इन लोगो कोई EMI पर फ़ोन या गाड़ी या फिर क्रेडिट कार्ड नहीं लिया है।

जिसके चलते इनका सिबिल स्कोर 0 होता है। या इससे भी कम माइनस में होता है। जिसके चलते ये लोग बैंक में लोन आवेदन के समय विश्वशनीय नहीं माने जाते है। यानि की बैंक या कोई अन्य वित्तीय संस्था इन लोगो को लोन की सुविधा देने में आनाकानी करती है। तो फिर कैसे आप CIBIL स्कोर को बढ़ा सकते है। इसके बारे में यहाँ पर जानकारी देने वाले है।

CIBIL SCORE होता क्या है?

सिबिल कोई ऐसा सिस्टम नहीं है जो व्यक्ति की पूर्ण जानकारी देती हो। ये केवल व्यक्ति के ऋण सम्बंधित बैंकिंग लेनदेन की जानकारी बैंक एवं अन्य संस्थाओ को मुहया करवाती है। ये TransUnion CIBIL कंपनी है। जो की देश की प्रमुख सुचना प्रदाता कंपनी है। और ये व्यक्ति के क्रेडिट सम्बंधित रिपोर्ट रखती है ।

RBI द्वारा इसको लाइसेंस प्राप्त है। और ये कंपनी CIBIL स्कोर जारी करती है। सिबिल स्कोर में लोन राशि की जानकारी , बकाया भुगतान, आदि की पूर्ण जानकारी निहित होती है। और इस जानकारी का उपयोग बैंक एवं अन्य वित्तीय संस्था कस्टमर को लोन देते समय चेक करते है। ये व्यक्ति की विश्वनीयता को दर्शाता है। लोन देने के जोखिम का मूल्याङ्कन सिबिल रिपोर्ट के आधार पर ही होता है।

सिबिल क्यों है जरुरी

आज के समय में हर कंपनी जो लोन सेवा प्रदान करती है। चाहे वो बैंक है या फिर RBI से लाइसेंस प्राप्त कोई अन्य वित्तीय कंपनी है। ये सिबिल के जरिये व्यत्कि को लोन देने के जोखिम का आंकलन करती है। अब सिबिल में व्यक्ति का पूरा ब्यौरा शामिल होता है। कब कब लोन लिया है , किस कंपनी या बैंक से लिया है, चुकता किया है या पेंडिंग है आदि सभी जानकारी होती है।

इसमें 300 से 900 के बीच अंकीय संख्या होती है। जिसको सिबिल स्कोर कहते है। 700 से अधिक स्कोर को आमतौर पर अच्छा माना जाता है, बैंक में लोन लेने के लिए ये हाई होना जरुरी है। जो की लोन अप्प्रोवेल को आसान बनाता है। बैंक मजबूत सिबिल स्कोर वाले व्यत्कि को तुरंत लोन की सुविधा दे देते है। इसके साथ ही उनके अप्प्रोवेल प्रोसेस में इतना समय भी नहीं लगता है।

डिफाल्टर सिबिल कैसे सही होगा

जिन लोगो का सिबिल स्कोर समय पर लोन चुकता नहीं करने के चलते ख़राब हुआ है। वो लोग बैंक की नजर में डिफाल्टर हो चुके है। अब इसको सही होने में समय लगता है। करीब 1 से दो साल के अंदर ये ठीक हो सकता है। इसके लिए आपको पुराने लोन आदि के मामले सेटल करने होंगे , जिन कपनी से लोन आदि लिया है , या फिर अन्य सुविधा जैसे की क्रेडिट कार्ड , EMI पर वाहन आदि लिया है, इसका कुछ बकाया है, इसको क्लियर करके आपको फाइनेंसियल सर्टिफिकेट लेना होगा, धीरे धीरे आपका रिकॉर्ड ठीक हो जायेगा। तो सिबिल भी रिकवर होना शुरू हो जायेगा।

सिबिल को कैसे बढ़ाये

सिबिल स्कोर जिनका लोन को सही समय पर चुकता नहीं करने के चलते ख़राब हुआ है उनको तो 1 साल से अधिक का समय लगेगा ही लगेगा ठीक होने में, लेकिन जिन लोगो का सिबिल रिकॉर्ड नहीं है, उनका सिबिल स्कोर एक झटके के साथ ऊपर चला जायेगा। इसके लिए आपको कुछ करना नहीं है। या तो आप EMI पर किसी दूकान से फ़ोन ले ले,

आजकल बजाज फाइनांस कंपनी लोन की सुविधा देती है, या फिर बैंक में आप ओवरड्राफ्ट सुविधा के तहत लोन ले ले। फिर इसको सही समय पर पूर्ण करे, ध्यान रखे की बीच में डिफ़ॉल्ट न हो। तो आपका सिबिल स्कोर खुद ब खुद ऊपर की और चला जायेगा। किसी भी बैंक का क्रेडिट कार्ड भी आप ले सकते है। इसका इस्तेमाल करे और बिल का भुगतान समय से करे, इससे भी आपका क्रेडिट स्कोर ऊपर उठेगा।

कम सिबिल स्कोर से क्या नुकसान है

अगर आपको लोन नहीं लेना है तो सिबिल स्कोर कम या अधिक हो। इससे आपको कोई नुकसान नहीं होने वाला है। यदि आप बिज़नेस करते है या फिर पर्सनल लोन की जरुरत है। या फिर आप Home Loan की सुविधा लेना चाहते है तो आपका सिबिल स्कोर काफी महत्वपूर्ण हो जाता है।

यदि सिबिल स्कोर ख़राब है यानि की 600 के स्तर से निचे आ चूका है। तो बैंक आप पर भरोसा कम करने लगते है। लोन लेने में दिक्क्त होने लगती है। बैंक पैसा देने में आनाकानी करते है। और कोई नुकसान इससे नहीं होता है। लोन सम्बंधित मामले में ही सिबिल स्कोर आपके काम आता है।

Note :  आपको यहाँ पर केवल जानकारी दी गई है। यहाँ पर किसी भी प्रकार की लोन की सुविधा या सिबिल स्कोर सम्बंधित कार्य की सुविधा नहीं दी जाती है।

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